गुरुवार, 19 सितंबर 2013

कभी नानी सुनाती थी कहानी ...

कभी नानी सुनाती थी
कहानी
एक था राजा , 
एक थी रानी। 

कभी -कभी
लम्बी रातों की भांति ही ,
 होती थी
बहुत लम्बी होती थी
कहानी। 

कहानी 
बहादुर राजकुमार की
और
राक्षस की कैद में बंद
राजकुमारी की। 

सुना करते थे
उठा ले गया राक्षस
राजकुमारी को
एक आस -एक विश्वास होता था
नानी की बातों से ,
बच्चों के मन में 
कि
बहादुर राजकुमार है न !
राजकुमारी बचा ली जाएगी  ,
राक्षस मारा जायेगा। 

आने वाली पीढ़ी की नानी
 क्या सुनाएगी कहानी 

राजा -रानी तो अब भी हैं ,
और
राजकुमारियाँ भी हैं !
 वे अब भी
राक्षसों की कैद में होती है ,
लेकिन
वो बहादुर राजकुमार
ना जाने कहाँ गुम
हो गए हैं। 

राक्षस अब मारे नहीं जाते
 फिरते हैं अट्टहास करते

नानी चुप ही रहेगी तब
शायद
बच्चों को दिला न पायेगी वह
विश्वास
राजकुमारी के बच जाने  का !
अब नानी क्या सुना पाएगी कहानी !
( उपासना सियाग)








4 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही उम्‍दा रचना की प्रस्‍तुति।

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  2. आज सही में नानी नहीं सुना पायेगी कहानी। सुन्दर प्रस्तुति...

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  3. आज सही में नानी नहीं सुना पायेगी कहानी। सुन्दर प्रस्तुति...

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  4. आज सही में नानी नहीं सुना पायेगी कहानी। सुन्दर प्रस्तुति...

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